ब्रीटिश वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उन्होंने एक ऐसे जेल का निर्माण किया है, जिससे पुरूषों की प्रजनन क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। इस जेल के निर्माण की प्रक्रिया अभी अंतिम चरण में चल रही है। जल्द ही यह जेल उन लोगों के लिए उपलब्ध होगा जो प्राकृतिक रूप से गर्भ चाहते हैं। बर्मिंघम विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के मुताबिक, इस जेल के जरिए पुरूषों के शुक्राणु महिलाओं के अंडकोष में आसानी से पहुंचने में सक्षम होंगे। यह बात पुख्ता रूप से साबित हुई है कि इस जेल से आसानी से और कम समय में ही पुरूषों की प्रजनन क्षमता में इजाफा किया जा सकता है।
मेल फर्टीलिटी होने पर महिलाएं गर्भधारण करने में अक्षम होती है। सिर्फ एक तिहाई समस्याएं ही महिलाओं में ही प्रजनन संबंधित समस्याएं पाई जाती हैं जबकि एक बहुत बड़ा भाग फर्टीलिटी समस्याओं का पुरूषों में ही देखने को मिलता है। यानी महिलाओं के मुकाबले पुरूषों में फर्टीलिटी की समस्या अधिक होती है।
इस जेल का निर्माण करने का मकसद है फर्टीलिटी की समस्या को सुलझाना और पुरूष के शुक्राणुओं को महिला के शुक्राणुओं तक पहुंचाना। इस सोल्यूशन के सकारात्मक प्रभाव दिखाई पड़ रहे हैं। इतना ही नहीं यह इलाज अन्य गर्भधारण पद्वतियों जैसे आईवीएफ इत्यादि से सस्ता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, इस जेल के उपयोग से पुरूषों के शुक्राणु अपनी क्षमतानुसार बिना किसी बाधा के प्रभावशाली होंगे। अंदरूनी कोशिकाओं में होने वाली कैल्शियम की कमी को फोकस करते हुए इस जेल को बनाया गया है।
वैज्ञानिकों ने आश्वासन देते हुए कहा है कि शुक्राणुओं को गर्भशय में भेजना आसान होगा और इसके कोई दुष्प्रभावी परिणाम भी नहीं होंगे। इतना ही नहीं इस जेल के माध्यम से प्राकृतिक प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। इसके लिए अभी और प्रयास किए जा रहे हैं कि जेल को और अधिक प्रभावी और लाभकारी बनाया जा सकें।
बर्मिंघम विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर हृयूमन रिप्रोडक्टिव सांइस की अध्यक्षता में डॉक्टर जैक्सन किरक्मैन ब्राउन ने शुक्राणुओं की क्षमता बढ़ाने और इनमें गतिशीलता के लिए अध्ययन किया। उन्होंने निष्कर्ष के तौर पर पाया कि यदि आप पुरूषों के शुक्राओं को थोड़ी बहुत गतिशीलता देते हैं जो आप कम समय में ही बहुत सस्ते विकल्प के रूप में पुरूषों की प्रजनन क्षमता बढ़ा सकते हैं।
लेबोरटरी जांच में इस जेल को पास कर दिया गया है। फिलहाल इस जेल पर अभी क्लीनिकल ट्रायल्स चल रहे हैं। जिससे यह पता लगाया जा सकें कि क्या वाकई यह जेल मेल फर्टीलिटी का सोल्यूशन बन सकता है।
मेल फर्टीलिटी होने पर महिलाएं गर्भधारण करने में अक्षम होती है। सिर्फ एक तिहाई समस्याएं ही महिलाओं में ही प्रजनन संबंधित समस्याएं पाई जाती हैं जबकि एक बहुत बड़ा भाग फर्टीलिटी समस्याओं का पुरूषों में ही देखने को मिलता है। यानी महिलाओं के मुकाबले पुरूषों में फर्टीलिटी की समस्या अधिक होती है।
इस जेल का निर्माण करने का मकसद है फर्टीलिटी की समस्या को सुलझाना और पुरूष के शुक्राणुओं को महिला के शुक्राणुओं तक पहुंचाना। इस सोल्यूशन के सकारात्मक प्रभाव दिखाई पड़ रहे हैं। इतना ही नहीं यह इलाज अन्य गर्भधारण पद्वतियों जैसे आईवीएफ इत्यादि से सस्ता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, इस जेल के उपयोग से पुरूषों के शुक्राणु अपनी क्षमतानुसार बिना किसी बाधा के प्रभावशाली होंगे। अंदरूनी कोशिकाओं में होने वाली कैल्शियम की कमी को फोकस करते हुए इस जेल को बनाया गया है।
वैज्ञानिकों ने आश्वासन देते हुए कहा है कि शुक्राणुओं को गर्भशय में भेजना आसान होगा और इसके कोई दुष्प्रभावी परिणाम भी नहीं होंगे। इतना ही नहीं इस जेल के माध्यम से प्राकृतिक प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। इसके लिए अभी और प्रयास किए जा रहे हैं कि जेल को और अधिक प्रभावी और लाभकारी बनाया जा सकें।
बर्मिंघम विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर हृयूमन रिप्रोडक्टिव सांइस की अध्यक्षता में डॉक्टर जैक्सन किरक्मैन ब्राउन ने शुक्राणुओं की क्षमता बढ़ाने और इनमें गतिशीलता के लिए अध्ययन किया। उन्होंने निष्कर्ष के तौर पर पाया कि यदि आप पुरूषों के शुक्राओं को थोड़ी बहुत गतिशीलता देते हैं जो आप कम समय में ही बहुत सस्ते विकल्प के रूप में पुरूषों की प्रजनन क्षमता बढ़ा सकते हैं।
लेबोरटरी जांच में इस जेल को पास कर दिया गया है। फिलहाल इस जेल पर अभी क्लीनिकल ट्रायल्स चल रहे हैं। जिससे यह पता लगाया जा सकें कि क्या वाकई यह जेल मेल फर्टीलिटी का सोल्यूशन बन सकता है।
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