भारतीय एक दशक पहले की तुलना में अब कहीं अधिक उम्र में शादी कर रहे हैं जिससे प्रजनन में कमी आई है. आज यहां जारी किए गए वर्ष 2011 के जनगणना अध्ययन में यह बताया गया है.
जनगणना अध्ययन के मुताबिक 2001 से 2011 के दौरान महिलाओं की शादी की औसत उम्र 18. 3 से बढ़कर 19. 3 हो गई है जबकि पुरूषों में यह 22. 6 से बढ़कर 23. 3 हो गई है.रिपोर्ट में बताया गया है कि पुरूषों और महिलाओं, दोनों में ही तलाकशुदा और अलग हो चुके दंपती के अनुपात में आंशिक वृद्धि हो गई है.
वैवाहिक स्थिति पर जारी किए गए डेटा के मुताबिक यह पाया गया कि राष्ट्रीय स्तर पर कुल महिलाओं की तुलना में शादीशुदा महिलाओं का अनुपात 2011 की जनगणना में 49. 9 प्रतिशत दर्ज किया गया जबकि 2001 में यह 47. 7 प्रतिशत था. पुरूषों के मामले में यह आंकड़ा 2011 में 46. 0 प्रतिशत है जबकि 2001 में यह 43. 6 था.
महापंजीयक एवं जनगणना आयुक्त द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के मुताबिक प्रजनन के मामले में यह पाया गया कि 2011 में बच्चों का लिंगानुपात 2001 की तुलना में सभी आयु वर्ग में कम हो गया.
जीवन अनुपात में सुधार हुआ है और 2001 से 2011 की जनगणना के दौरान सभी आयु वर्गों में इसमें वृद्धि हुई है. 15 से 49 आयुवर्ग में महिलाओं के राष्ट्रीय स्तर में प्रजनन दर 2001 की तुलना में 2011 में कम हुई है.
राष्ट्रीय स्तर पर कुल प्रजनन दर 2001 से 2011 के दौरान 2. 5 से घटकर 2. 22 हो गया है.विधवाओं का अनुपात 2001 के 6. 4 से बढ़कर 2011 में 7. 4 हो गया है और विदुरों में यह 1. 8 से बढ़कर 2. 0 हो गया है
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