आप आश्वस्त रहें, तनावग्रस्त रहने पर भी एक स्वस्थ शिशु को जन्म की पूरी संभावना रहती है। गर्भावस्था के दौरान अपनी जिंदगी और शरीर में आए बदलावों को लेकर थोड़ा तनाव होना सामान्य है।
मगर, यदि आप दिन-रात परेशान और तनावग्रस्त रहती हैं, तो अपनी डॉक्टर से मदद लें। लगातार, अत्याधिक चिंता व तनाव आपके शिशु को प्रभावित कर सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि तनाव का हॉर्मोन कॉर्टिसोल प्लेसेंटा से होते हुए शिशु तक पहुंच सकता है और शिशु के भावनात्मक विकास को तैयार करने वाले तत्वों को प्रभावित कर सकता है।
हालांकि, बहुत से जटिल मुद्दे आपके शिशु की सीखने और दुनिया में व्यवस्थित होने की क्षमता के विकास में भूमिका निभाते हैं। मगर, अपने शिशु की बेहतरी के लिए अच्छा यही है कि, तनाव से अभी निपट लिया जाए।
मगर, यदि आप दिन-रात परेशान और तनावग्रस्त रहती हैं, तो अपनी डॉक्टर से मदद लें। लगातार, अत्याधिक चिंता व तनाव आपके शिशु को प्रभावित कर सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि तनाव का हॉर्मोन कॉर्टिसोल प्लेसेंटा से होते हुए शिशु तक पहुंच सकता है और शिशु के भावनात्मक विकास को तैयार करने वाले तत्वों को प्रभावित कर सकता है।
हालांकि, बहुत से जटिल मुद्दे आपके शिशु की सीखने और दुनिया में व्यवस्थित होने की क्षमता के विकास में भूमिका निभाते हैं। मगर, अपने शिशु की बेहतरी के लिए अच्छा यही है कि, तनाव से अभी निपट लिया जाए।
0 comments:
Post a Comment