यह फिक्र करना बिल्कुल वाजिब है कि एक बच्चे के आने से आपके पति के साथ आपका रिश्ता किस तरह प्रभावित होगा। संभव हो, तो आप किसी ऐसी सहेली या परिवार के ऐसे सदस्य से बात करें, जिनका एक छोटा बच्चा हो। उनसे आपको कुछ उपयोगी सुझाव और विचार मिल सकेंगे।
यथासंभव समय आप अपने पति के साथ बिताएं, क्योंकि शिशु के जन्म के बाद आपको उनके साथ एकांत में समय बिताने का पर्याप्त अवसर नहीं मिलेगा। अपने डर और चिंताओं के बारे में खुलकर बात करना मातृत्व और पितृत्व के रूप में खुद को ढालने का बेहरीन तरीका है।
यथासंभव समय आप अपने पति के साथ बिताएं, क्योंकि शिशु के जन्म के बाद आपको उनके साथ एकांत में समय बिताने का पर्याप्त अवसर नहीं मिलेगा। अपने डर और चिंताओं के बारे में खुलकर बात करना मातृत्व और पितृत्व के रूप में खुद को ढालने का बेहरीन तरीका है।
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