होमियोपैथी उपचार को इंसानों में होनेवाले अनेक संक्रामक रोगों के उपचार के लिए सफ़ल माना जाता है। यह उपचार अनेक गम्भीर और जानलेवा संक्रामक रोगों के उपचार में भी सफ़ल माना जाता है। होमियोपैथी उपचार पर हुई शोधों के अनुसार होमियोपैथी चिकित्सा एड्स या एच-आई-वी-पॉज़िटिव से पीडित लोगों के लिए एक मुख्य उपचार के तौर पर और या एक पूरक उपचार के तौर या एक स्ट्रक्चरड ‘ट्रीटमेंट इन्टरप्शन’ प्रोग्राम के तौर पर की जानेवाली एक उपयोगी चिकित्सा है।
उन एड्स या एच-आई-वी-पॉज़िटिव से पीडित लोगों को भी, जिनमें अनेक एड्स की दवाएं असरकारक होती हैं, चिकित्सक ‘ट्रीट्मेंट इन्टरप्शन’ की सलाह देते हैं। इस ट्रीटमेंट को ‘ड्रग वेकेशन’ भी कहा जाता है। ये ‘ट्रीट्मेंट इन्टरप्शन’ को दवाओं के प्रतिरोधक क्षमता को घटाने के लिए किए जाते हैं और यह बहुत हफ़्तों, महिनों, या सालों तक चल सकता है। होमियोपैथिक दवाईयां का उपयोग इन ‘ट्रीट्मेंट इन्टरप्शन’ के दौरान किया जाता है।
- एड्स या एच-आई-वी-पॉज़िटिव से पीडित लोगों को होनेवाले अन्य संक्रमणों के इलाज के लिए होमियोपैथिक दवाईयां बेहद असरकारक होती हैं।
- इन दवाओं के कोई दुष्प्रभाव नहीं होते हैं या दवाओं से मरीज़ का सामान्य स्वास्थ्य भी बिगडता नहीं है।
- होमियोपैथी दवा के उपचार से प्रतिरोधक क्षमता को बढावा मिलता है। और एच-आई-वी संक्रमण से पीडित मरीज़ों में वायरस की संख्या को घटाता है।
- होमियोपैथी दवाईयां उन लोगों में भी असरकारक होती हैं, जिन्होंने दुष्प्रभावों के कारण एलोपैथी उपचार को बन्द कर दिया हो।
- होमियोपैथी दवाईयां शायद एच-आई-वी संक्रमण से पीडित मरीज़ों की प्रतिरोधक क्षमता को बढावा देती हैं, तनाव को दूर करती है, या एक व्यक्ति के सामान्य स्वास्थ्य और तन्दुरस्ती को सुधारती हैं।
होमियोपैथी औषधियों से सावधानी
होमियोपैथी औषधियां अपेक्षतया सुरक्षित होती हैं और इनका बहुत कम दुष्प्रभाव होता है। होमियोपैथी दवाईयों का उपयोग एलोपैथी उपचार के साथ साथ किया जाना चाहिए और एड्स के लिए मान्य उपचार के स्थान पर इस चिकित्सा का उपयोग नही करना चाहिए। एच-आई-वी-पॉज़िटिव से पीडित लोगों के लिए एक मुख्य उपचार के तौर पर और या एक पूरक उपचार के तौर या एक स्ट्रक्चरड ‘ट्रीटमेंट इन्टरप्शन प्रोग्राम’ या ‘ड्रग वेकेशन’ के दौरान की जानेवाली एक उपयोगी चिकित्सा है।
एक रोगी का उपचार अक्सर वैयक्तिक विशेषताओं पर आधारित होता है और इलाज रोगी के लक्षणों, जीवनशैली और मानसिक और भावनात्मक स्थिति पर निर्भर होता है। यदि आप एड्स के एक रोगी हैं, और एड्स के इलाज के लिए होमियोपैथी चिकित्सा का उपयोग करना चाहते हैं, तो कृपया अपने चिकित्सक को इस बात की जानकारी अवश्य दें। यदि आप एड्स के लिए होमियोपैथी की दवाईयां ले रहे हैं, तो अपने ऐलोपैथिक चिकित्सक को अवश्य बता दें, और ठीक वैसे ही अपने होमियोपैथिक चिकित्सक को भी बता दें कि आप एलोपैथी दवाईयां भी ले रहे हैं।
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