फ्रांस के अनुसंधानकर्ताओं ने माना कि एचआईवी का संक्रमण शुरू होने के कुछ दिनों के अंदर ही इसका सही से इलाज करवाने पर इस समस्या पर काबू पाया जा सकता है। लेकिन आमतौर पर ये सिर्फ दस फीसदी मामलों में ही कारगर हो पाता है।
इस अध्ययन में अनुसंधानकर्ताओं ने ऐसे 14 लोगों पर शोध किये, जिन्हें एचआईवी की समस्या थी। और जिन्होंने अपना इलाज बीच में ही बंद कर दिया था। लेकिन उनमें विषाणुओं के फिर से सक्रिय होने के लक्षण नहीं दिखे।
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अनुसंधानकर्ताओं ने मरीजों के इस दल को 'विस्कॉंटी कोहर्ट' नाम दिया है। इन मरीजों ने संक्रमित होने के दस सप्ताह के भीतर ही इलाज शुरू कर दिया था। उन्होंने औसतन तीन साल तक एंटीरेट्रोवाइरल ड्रग्स लेने के बाद दवा लेनी बंद कर दी थी।
एचआईवी को खत्म करना-
दवाएं विषाणुओं के प्रसार को तो रोक सकती हैं, लेकिन शरीर के प्रतिरोधक प्रणाली में पहले से उपस्थित विषाणुओं को खत्म नहीं कर सकती हैं। आमतौर पर ऐसा होता है कि जब मरीज दवा लेना बंद कर देता है। तो ये विषाणु फिर से पनपने लगते है। अध्ययन के अनुसान एक सा इलाज करवाने वाले अधिकांश मरीज संक्रमण को काबू करने में नाकाम रहते है, लेकिन उनमें से कुछ फिर भी इसमें सफल रहते है। लेकिन 'विस्कॉंटी कोहर्ट' मरीजों में ऐसा नहीं हुआ। इनमें से कुछ तो एचआईवी के स्तर को एक दशक तक नियंत्रित करने में सफल रहे।
पेरिस स्थित इंस्टीट्यूट पाश्चर के डॉक्टर एशियर सॉएज सिरियन के मुताबिक, “इलाज करवाने वाले अधिकांश मरीज संक्रमण को काबू करने में नाकाम रह सकते है। लेकिन उनमें से कुछ सफल भी हो सकते है”
एचआईवी को खत्म करना-
दवाएं विषाणुओं के प्रसार को तो रोक सकती हैं, लेकिन शरीर के प्रतिरोधक प्रणाली में पहले से उपस्थित विषाणुओं को खत्म नहीं कर सकती हैं। आमतौर पर ऐसा होता है कि जब मरीज दवा लेना बंद कर देता है। तो ये विषाणु फिर से पनपने लगते है। अध्ययन के अनुसान एक सा इलाज करवाने वाले अधिकांश मरीज संक्रमण को काबू करने में नाकाम रहते है, लेकिन उनमें से कुछ फिर भी इसमें सफल रहते है। लेकिन 'विस्कॉंटी कोहर्ट' मरीजों में ऐसा नहीं हुआ। इनमें से कुछ तो एचआईवी के स्तर को एक दशक तक नियंत्रित करने में सफल रहे।
पेरिस स्थित इंस्टीट्यूट पाश्चर के डॉक्टर एशियर सॉएज सिरियन के मुताबिक, “इलाज करवाने वाले अधिकांश मरीज संक्रमण को काबू करने में नाकाम रह सकते है। लेकिन उनमें से कुछ सफल भी हो सकते है”
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एचआईवी का संक्रमण में 5 से 15 प्रतिशत मरीज संक्रमण से मुक्त हो सकते हैं, और उन्हें आगे दवाएं लेने की ज़रूरत नहीं होती है।
फ्रांसीसी अनुसंधानकर्ताओं के इस अध्ययन में मरीजों की प्रतिरोधक प्रणाली पर हुए असर के बारे में जानकारी दी गई है। कुलमिलाकर शुरुआती इलाज से एचआईवी के शरीर में छिपकर ठिकाना बनाने की प्रवृत्ति को रोका जा सकता है। हालांकि अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि ये साफ नहीं है कि इलाज केवल कुछ मरीजों पर ही कारगर क्यों है।
फ्रांसीसी अनुसंधानकर्ताओं के इस अध्ययन में मरीजों की प्रतिरोधक प्रणाली पर हुए असर के बारे में जानकारी दी गई है। कुलमिलाकर शुरुआती इलाज से एचआईवी के शरीर में छिपकर ठिकाना बनाने की प्रवृत्ति को रोका जा सकता है। हालांकि अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि ये साफ नहीं है कि इलाज केवल कुछ मरीजों पर ही कारगर क्यों है।
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